एक बार कड़ाके की सर्दियों में बादशाह अकबर बीरबल के साथ अपने बाग़ में टहलते हुए धुप का आनंद ले रहे थे और टहलते-टहलते वे बाग़ के समीप बने जलाशय के पास पहुंचे तथा वहीँ बैठ है कर विश्राम करने लगे, अकबर ने जलाशय में सूर्य का प्रतिविम्ब देखा और उसे छूने के लिए जल में हाथ डाला तो उन्हें जोर का झटका लगा और तुरंत ही उन्होंने अपना हाथ वापस खींच लिया क्योंकि जलाशय में जल बहुत ही ठंडा था। उन्होंने बीरबल से पुछा की अगर कोई व्यक्ति इस जल में डुबकी लगा ले तो वह तो ठण्ड से मर ही जायेगा, बीरबल ने कहा महाराज इंसान की जरूरत उससे कुछ भी करवा सकती है और जरूरत पड़ने पर कोई भी व्यक्ति इस जल में बड़ी सरलता से डुबकी लगा सकता है, बीरबल की बात सुनकर अकबर के दिमाग में न जाने क्या फितूर आया की अकबर ने अगले दिन सभा में ऐलान किया कि शाही बाग़ के पास के जलाशय में अगर कोई आदमी रात भर कमर भर पानी के अंदर रहेगा तो उसे मुंह माँगा इनाम दिया जायेगा | एक बुजुर्ग आदमी यह कार्य करने को तैयार हो गया, अकबर ने एक सिपाही को उस आदमी की निगरानी के लिए भेजा | वह आदमी उस जलाशय में गया और उसने लगभग 1 km दूर प्रज्वलित दीपक की तरफ मुड़कर खड़े रहना स्वीकार किया यह बात सिपाही को अजीब लगी | वह आदमी रात भर कड़कड़ाती ठंड में जलाशय में खड़ा रहा और सुबह राज्य सभा में आकर उसने राजा से पारितोषिक का आग्रह किया | तब अकबर ने सिपाही से पूछा कि क्या इस आदमी ने सच में रात भर जलाशय में वक्त बिताया ? सिपाही ने कहा- हाँ! पर यह आदमी दूर लगभग 1 km दूर जल रहे दीपक से ताप ले रहा था | यह सुनकर अकबर को गुस्सा आ गया और उसने उस बूढ़े को जेल में डालने का आदेश दे दिया | वह बुजुर्ग कुछ न कर सका और उसको जेल में बंद कर दिया गया | सभा में बैठा बीरबल यह सब देख कर दुखी हो रहा था पर उस बुजुर्ग की मदद न कर सका | सभा के बाद बीरबल ने अकबर से आग्रह किया कि वो उसके घर भोजन पर आये, अकबर ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया | अकबर, बीरबल
के घर पहूंचा | अकबर ने बहुत देर इन्तजार किया उसे भूख भी लगने लगी थी पर खाना अब तक तैयार नहीं था | अकबर ने बीरबल से पूछा क्या हुआ भोजन कब मिलेगा ? बीरबल ने कहा मैंने तो कई घंटों पहले ही खिचड़ी बनने रखी थी पर पता नहीं क्यूँ नहीं बनी ? अकबर ने बोला बताओं कहाँ बन रही हैं | बीरबल ने दिखाया उसने नीचे चूल्हा जलाया था और छत पर बर्तन में खिचड़ी पकने रखी थी |यह देखकर अकबर ने गुस्से में कहा बीरबल तुम पागल हो इतनी दूर से खिचड़ी कैसे पकेगी इस तरह तो बर्तन भी गरम नहीं होगा | तब बीरबल ने कहा महाराज जब जलाशय में खड़ा आदमी 1 KM दूर जल रहे छोटे से दीपक से ताप ले सकता हैं तब खिचड़ी भी पक ही जाएगी | अब अकबर को पूरी बात समझ आई और उसने उस बुजुर्ग को रिहा करवा कर मुँह माँगा इनाम दिया | ऐसी थी बीरबल की प्रसिद्ध खिचड़ी |
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